पोषण जागरूकता कार्यक्रम में महिलाओं को वितरित की गई मुख्यमंत्री महालक्ष्मी




 **जमालपुर कलां में महिला बाल विकास विभाग के द्वारा  पोषण माह के अंतर्गत कार्यक्रम काआयोजन, किया गया


पोषण जागरूकता पर रहा जोर*

महिलाओं को वितरित की गईमुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट अन्नप्राशन संस्कार के अंतर्गत बच्चों को पोष्टिक आहार खिलाने के विषय में माता को जानकारी दी गई


हरिद्वार/ जमालपुर कलां 9 सितंबर  महिला एवं बाल विकास विभाग (आईसीडीएस) द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत  पंचायत भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण परामर्श और स्वस्थ खाद्य आदतों के बारे में जागरूकता फैलाना था।


आईसीडीएस पर्यवेक्षक श्रीमती रागिनी जोशी जी ने अपने संबोधन में गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों के लिए आईसीडीएस की कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और नंदा गौरा योजना के बारे में विस्तार से बताया, जो किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। सत्र के दौरान, आईसीडीएस पर्यवेक्षक ने लाभार्थियों के विभिन्न सवालों का भी जवाब दिया, जो आंगनवाड़ी केंद्रों और अन्य आईसीडीएस योजनाओं की सेवाओं से संबंधित थे।


इस कार्यक्रम में 88 महिलाओं की संख्या में उपस्थिति देखी गई, जिनमें बच्चे और समुदाय के सदस्य शामिल थे। जमालपुर कलां के ग्राम प्रधान  हरेंद्र सिंह चौधरी  ने भी पोषण माह के महत्व पर अपने विचार साझा किए और समुदाय से बेहतर पोषण प्रयासों को अपनाने का आग्रह किया। समाजसेवी एवं गोविंद कृपा सेवा समिति धर्माथ ट्रस्ट की अध्यक्ष अनीता वर्मा ने महिलाओं से गर्भावस्था में नियमित चिकित्सिक से जांच कराने का आह्वान करते हुए अपने और होने वाले शिशु के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां दी इस कार्यक्रम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा रानी ,स्नेह लता, पुष्पा, सुदेशना ,सुनीता ,अनीता,रेणु  एवं साहिकाओ ने प्रतिभागी महिलाओं को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट वितरित  की एवं अन्नप्राशन संस्कार के अंतर्गत 6 माह के बच्चों को अन्न खिलाकर पोषक आहार के विषय में माता को जानकारी दी । कार्यक्रम की एक प्रमुख विशेषता पोषण पर आधारित भोजन का प्रदर्शन था, जिसमें हरी सब्जियां और मोटा अनाज (कूट्टु, ज्वार, बाजरा) के उपयोग पर जोर दिया गया। इसके अलावा, पारंपरिक समारोह जैसे गोद भराई और अन्नप्राशन को भी बढ़ावा दिया गया। महिलाओं के लिए एएनसी (गर्भावस्था देखभाल) और एनीमिया परीक्षण को भी प्रोत्साहित किया गया।


इस पहल का नेतृत्व पिरामल फाउंडेशन के ऋषि मोदी ने किया, जिसमें आईटीसी के मिशन सुनहरा कल की मेघना शर्मा और  के मानसी प्रोजेक्ट की दीपमाला समाजसेवी संजय वर्मा का सहयोग रहा। इस सामूहिक प्रयास का उद्देश्य समुदाय की पोषण प्रथाओं के प्रति समझ और भागीदारी को बढ़ाना था, ताकि गांव का भविष्य स्वस्थ हो सके।

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