स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय हाई स्कूल की छात्रा ने किया जिला टॉप प्रदेश में पाया 15 स्थान
शत प्रतिशत रहा विद्याल का परीक्षा परिणाम
विद्यालय के संचालक और प्रबंधक महंत स्वयंमानंद ने बच्चों को दी बधाई
विद्यालय में सामान्य और नेत्रहीन बालक बालिकाएं साथ-साथ पाते हैं शिक्षा
18 नेत्रहीन बालकों में से वीरपाल ने प्राप्त किया 90% अंक शेष विद्यार्थियों ने प्रथम स्थान पाकर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की
हरिद्वार 19 अप्रैल तीर्थ नगरी हरिद्वार की प्रसिद्ध धार्मिक सामाजिक संस्था स्वामी अजरानंद महिला आश्रम ट्रस्ट सप्तसरोवर मार्ग हरिद्वार के द्वारा संचालित स्वामी अजरानंद विद्यालय हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा यहां की छात्रा जहानवी ने 500 में से 480 अंक प्राप्त कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं प्रदेश की मेरिट लिस्ट में जान्हवी का 15 स्थान है विद्यालय के परीक्षा परिणाम के विषय में जानकारी देते हुए स्वामी अजरानंद विद्यालय हाई स्कूल के संचालक एवं प्रबंधक महंत स्वयंमानंद ने बताया कि विद्यालय का हाई स्कूल परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा जिसमें 18 विद्यार्थियों ने 75% अंकों के साथ प्रथम स्थान पाया 11 विद्यार्थियों ने 60% से अधिक अंक पाकर प्रथम रहे एक ही बच्चा द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुआ है उन्होंने परमार्थ आश्रम निवासी दीपक सिंह राजपूत की पुत्री जाह्नवी को बधाई देते हुए कहा कि जान्हवी ने जिला हरिद्वार में प्रथम स्थान पाकर विद्यालय का नाम रोशन किया है जाहनवी ने 500 में से 480 अंक पाकर जहां विद्यालय टॉप किया है वही विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा है विद्यालय के संचालक और अध्यक्ष महंत स्वयंमानंद ने बताया की विद्यालय में 800 बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं जिनमें सामान्य और नेत्रहीन बच्चे साथ-साथ पढ़ते हैं उन्होंने कहा कि हमारा विद्यालय पूर्णतया स्व वित्तपोषित विद्यालय है विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है साथ ही कॉपी किताबें ड्रेस भी विद्यालय के द्वारा ही प्रदान की जाती है यह सुविधा उन सब बच्चों के लिए है जो यहां पर पढ़ते हैं जिसका परीक्षा परिणाम प्रतिवर्ष शत प्रतिशत रहता है इस बार भी 18 नेत्रहीन बालकों ने हाई स्कूल की परीक्षा दी थी जिसमें से एक बालक वीर पाल ने 90% अंक प्राप्त किए और शेष नेत्रहीन बालको ने भी 75% से अधिक अंक प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया कि दिव्यंगता ,नेत्रहीनता प्रगति के पथ पर बढ़ाने वालों के लिए बांधा नहीं है। उन्होंने शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि यह सब उनकी मेहनत और समर्पण भाव का परिणाम है।
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